रिंकू सिंह और सांसद प्रिया सरोज की शाही शादी: जानें तारीख, जगह और तैयारी की पूरी कहानी

भारतीय क्रिकेट टीम के दमदार बल्लेबाज़ रिंकू सिंह अब अपनी ज़िंदगी के नए अध्याय की ओर बढ़ रहे हैं। चर्चित समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से उनका विवाह तय हो गया है, जिसकी आधिकारिक पुष्टि दोनों परिवारों द्वारा कर दी गई है। यह शादी सिर्फ एक निजी समारोह नहीं होगी, बल्कि एक बड़ी सोशल और राजनीतिक घटना के रूप में देखी जा रही है।

लखनऊ और वाराणसी बनेंगे गवाह

रिंकू सिंह और प्रिया सरोज की सगाई 8 जून 2025 को लखनऊ के सेंटरम होटल में होगी, जबकि शादी का भव्य आयोजन 18 नवंबर को वाराणसी के प्रसिद्ध ‘ताज होटल’ में किया जाएगा। शादी समारोह में दोनों परिवारों के करीबी रिश्तेदारों के साथ ही कई नामी हस्तियां भी शामिल होंगी।

राजनीति और क्रिकेट का मेल

जौनपुर के मछलीशहर से सांसद बनीं प्रिया सरोज, पेशे से एक वकील हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया था। दूसरी ओर, रिंकू सिंह का नाम आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के फिनिशर के रूप में मशहूर है। अब यह जोड़ी राजनीति और क्रिकेट की दुनिया को एक कर रही है।

शादी से पहले की तैयारियां जोरों पर

रिंकू सिंह की टीम इस आईपीएल सीज़न में प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी। इसके बाद वे अपने घर लौट आए, जहां वे अपने पिता की तबीयत और शादी की तैयारियों पर ध्यान दे रहे हैं। हाल ही में वे अलीगढ़ में अपने नए घर में भी कुछ वक्त बिता चुके हैं, जिसे उन्होंने और प्रिया ने साथ पसंद किया था।

पारिवारिक सहमति और मजबूत रिश्ता

दोनों परिवारों के बीच यह रिश्ता जनवरी 2025 में तय हुआ था। प्रिया के पिता, सपा विधायक तूफानी सरोज ने बताया कि शादी की तारीख तय करने से लेकर आयोजन की तैयारी तक सब कुछ पारिवारिक सहमति से हुआ है। यह रिश्ता न केवल भावनात्मक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी मज़बूत माना जा रहा है।

शादी में शामिल होंगे बड़े नाम

सगाई एक सीमित लोगों की मौजूदगी में की जाएगी, लेकिन शादी में खेल, राजनीति, उद्योग और फिल्म जगत से जुड़ी बड़ी हस्तियों की मौजूदगी संभव है। शादी को लेकर दोनों परिवारों में उत्साह का माहौल है और तैयारियां बड़े पैमाने पर शुरू हो चुकी हैं।

निष्कर्ष:
रिंकू सिंह और प्रिया सरोज की शादी साल 2025 की सबसे चर्चित और प्रतीक्षित शादियों में गिनी जाएगी। ये सिर्फ दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो अलग-अलग क्षेत्रों—खेल और राजनीति—का संगम है। आने वाले समय में यह जोड़ी निस्संदेह प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

विश्व पर्यावरण दिवस 2025: थीम, महत्व और पर्यावरण संरक्षण के प्रभावशाली उपाय क्या है विश्व पर्यावरण दिवस?

विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) हर साल 5 जून को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह दिन प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है और हमें पर्यावरण को बचाने के लिए प्रेरित करता है। यह केवल एक दिन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो हर इंसान को पृथ्वी की सेवा के लिए आगे बढ़ने का अवसर देता है।

विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास

2025 की थीम: “पृथ्वी को पुनर्जीवित करें” (Restore Our Earth)


इस साल की थीम “Restore Our Earth” हमें यह याद दिलाती है कि पर्यावरण को बचाना ही नहीं, उसे पुनर्जीवित करना भी जरूरी है। इसका मतलब है:

प्राकृतिक संसाधनों का पुनः उपयोग

जैव विविधता की रक्षा करना

प्रदूषण कम करना

और सबसे अहम, स्थायी जीवनशैली को अपनाना

यह थीम हमें सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करती है — न केवल सरकार और संस्थाएं, बल्कि हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है।

पर्यावरण संरक्षण क्यों जरूरी है?


आज का युग विज्ञान और तकनीक का है, लेकिन इसी तकनीकी विकास ने प्रकृति पर गहरा असर डाला है।

वनों की कटाई

जलवायु परिवर्तन

ग्लेशियरों का पिघलना

वायु और जल प्रदूषण

ये सभी संकेत हैं कि अब समय आ गया है जब हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा।

हम क्या कर सकते हैं?


1. प्लास्टिक का प्रयोग कम करें
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है। कोशिश करें कि आप थर्मोकोल, पॉलिथीन और सिंगल यूज़ प्लास्टिक से दूरी बनाएं।

2. हर साल एक पेड़ लगाएं
पेड़ न केवल ऑक्सीजन देते हैं, बल्कि वायु को शुद्ध भी करते हैं। जन्मदिन या किसी खास मौके पर पेड़ लगाना एक सुंदर परंपरा हो सकती है।

3. बिजली और पानी की बचत करें
पानी के अनावश्यक बहाव और बिना जरूरत के बिजली जलाना हमारे संसाधनों की बर्बादी है। रोज़मर्रा की आदतों में छोटे बदलाव बड़ा फर्क ला सकते हैं।

4. सार्वजनिक परिवहन और साइकिल का उपयोग करें
जब आप गाड़ी की बजाय साइकिल या मेट्रो का उपयोग करते हैं, तो यह न केवल प्रदूषण को कम करता है बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

5. इको-फ्रेंडली उत्पादों का उपयोग करें
प्राकृतिक फाइबर से बने वस्त्र, बांस के टूथब्रश, मिट्टी के बर्तन – ये सब पर्यावरण के अनुकूल विकल्प हैं जिन्हें अपनाकर आप फर्क ला सकते हैं।सकारात्मक सोच और सामूहिक प्रयास
पर्यावरण की रक्षा कोई एक दिन का काम नहीं, यह एक निरंतर प्रक्रिया है। अगर हम सभी मिलकर छोटे-छोटे बदलाव करें तो आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ, हरी-भरी और खुशहाल धरती मिल सकती है।

“धरती हमारी माता है — उसकी रक्षा करना हमारा धर्म है।”

निष्कर्ष: आइए प्रकृति का साथ दें इस विश्व पर्यावरण दिवस 2025 पर एक छोटा संकल्प लें –

हर साल कम से कम एक पेड़ लगाएं प्लास्टिक का प्रयोग छोड़े

और अपने बच्चों को भी प्रकृति से प्रेम करना सिखाएं क्योंकि जब हम प्रकृति को बचाते हैं, तब असल में हम खुद को बचा रहे होते हैं।

मुख्य कमाने वाले की मृत्यु पर उत्तर प्रदेश की पारिवारिक सहायता योजना से मिलेंगे ₹30,000 जानिए क्या है पात्रता, कैसे करे आवेदन।

राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना (NFBS)
राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, जिसे एनएफबीएस के नाम से भी जाना जाता है, की शुरुआत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनवरी 2016 में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य उन परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, जिन्होंने अपने घर के मुख्य कमाने वाले सदस्य की मृत्यु पर सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है। इस स्थिति में परिवार को एकमुश्त मुआवजा राशि दी जाती है। इस योजना के अंतर्गत कमाने वाले की मृत्यु पर सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से पंजीकरण करना आवश्यक है। आवेदन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से होती है, और इसके लिए कोई ऑफलाइन विकल्प उपलब्ध नहीं है।

यह योजना उन परिवारों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो कमाने वाले की मृत्यु पर सरकारी सहायता की तलाश कर रहे हैं।

इस योजना से उन परिवारों को विशेष लाभ होता है जो कमाने वाले की मृत्यु पर सरकारी सहायता की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।

योजना की प्रमुख बातें:
यह योजना गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए बनाई गई है।

यदि परिवार का मुख्य या एकमात्र कमाने वाला व्यक्ति निधन हो जाता है, तो परिवार के अगले उत्तरदायी सदस्य को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाती है।

योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अगर आवेदक 18 वर्ष से कम या 60 वर्ष से अधिक है, तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं माना जाएगा।

मुआवजे की राशि वर्तमान में ₹30,000/- निर्धारित की गई है, जो पहले ₹20,000/- थी, यानी इसे बढ़ा दिया गया है।

आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है; कोई भी व्यक्ति इस योजना के लिए ऑफलाइन आवेदन नहीं कर सकता।

लाभ पाने के लिए, परिवार की वार्षिक आय शहरी क्षेत्रों में ₹56,450/- और ग्रामीण क्षेत्रों में ₹46,080/- से अधिक नहीं होनी चाहिए।

सहायता राशि केवल उस स्थिति में दी जाती है, जब परिवार का मुख्य या एकमात्र कमाने वाला व्यक्ति दिवंगत हो गया हो।

योजना के लाभ:


इस योजना के अंतर्गत, राज्य सरकार प्रत्येक पात्र परिवार को ₹30,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। शुरुआत में यह मुआवजा ₹20,000 था, लेकिन वर्ष 2013 के बाद इसमें संशोधन कर इसे ₹30,000 कर दिया गया।
जो भी व्यक्ति परिवार के मुख्य कमाने वाले के निधन के पश्चात उत्तराधिकारी (मुखिया) बनने की पात्रता रखता है, वह इस योजना के अंतर्गत सरकार से निर्धारित मुआवजा राशि का दावा कर सकता है।

पात्रता शर्ते:

1. इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक का गरीबी रेखा से नीचे (BPL) होना अनिवार्य है।

2. आवेदन करने वाले की आयु 18 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, यानी पात्रता केवल उन्हीं को है जिनकी उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच है।

3. इसके अतिरिक्त, आवेदक के परिवार की वार्षिक आय शहरी क्षेत्र में ₹56,450 और ग्रामीण क्षेत्र में ₹46,080 से अधिक नहीं होनी चाहिए।

4. यह आर्थिक सहायता तभी प्रदान की जाती है जब परिवार का एकमात्र या मुख्य कमाने वाला सदस्य निधन को प्राप्त कर चुका हो

आवश्यक दस्तावेज़:

योजना के अंतर्गत आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत करना अनिवार्य है:

1. मृत्यु प्रमाण पत्र — परिवार के मुख्य कमाने वाले की मृत्यु की पुष्टि हेतु।

2. गरीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्ड — आवेदक की आर्थिक स्थिति प्रमाणित करने के लिए।

3. बीपीएल राशन कार्ड (नीला कार्ड) — वैकल्पिक रूप से गरीबी रेखा से नीचे होने का प्रमाण।

4. निवास प्रमाण पत्र — आवेदक के उत्तर प्रदेश में निवास की पुष्टि हेतु।

आवेदन प्रक्रिया:

राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

1. योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ (या सीधे लिंक पर क्लिक करे।

2. होमपेज पर उपलब्ध “नया पंजीकरण” (New Registration) विकल्प का चयन करें।

3. ऑनलाइन आवेदन पत्र को सावधानीपूर्वक भरें, जिसमें व्यक्तिगत और पारिवारिक विवरण शामिल हों।

4. मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेज़ स्कैन कर अपलोड करें। अंत में, जानकारी की पुष्टि कर आवेदन सबमिट करें।

नोट – प्रस्तुत जानकारी जो भी इस आर्टिकल में लिखी गईं है, और जो भी विवरण यहां दिया गया है वे सब अधिकारी वेबसाइट से ली गई है अलग से कोई भी निर्देश स्वयं से नही डाली गई है। अतः आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो कॉमेंट कर के जरूर बताएं। धन्यवाद!